जब तक संसार रहेगा लोग रामराज्य के लिए लालायित रहेंगे । रामराज्य की
चर्चा करेंगे । राम राज्य चाहेंगे । और रामराज्य चाहना, रामराज्य के लिए प्रयास
करना बहुत अच्छी बात है क्योंकि इसी बहाने देश-समाज में सुधार होगा ।
राम राज्य में मनुष्यों को छोड़िये
पशु-पक्षियों आदि अर्थात प्राणी मात्र के कल्याण की कामना और इसके लिए उपाय किया
जाता है । जिससे संसार में सुख, संपदा, समता सभी के अधिकार की रक्षा और सबको
सुरक्षा प्राप्त होती है । इसलिए हर कोई सुख-चैन से रहता है ।
लेकिन जैसे
कोई घर बनाना हो तो कुछ आधार भूत चीजों की जरूरत होती है । जैसे बिना नींव के घर
नहीं बन सकता है । उसी प्रकार रामराज्य के लिए कुछ आधार भूत चीजों की जरूरत होती
है । राम राज्य के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण बात है वह है धर्म आधारित शासन व्यवस्था
। धर्म आधारित शिक्षा व्यवस्था । और धर्म और न्याय से युक्त आदर्श राजा ।
इसलिए
राम राज्य करोड़ो वर्षों में केवल एक बार और वो भी त्रेता युग में तब आता है जव
स्वयं भगवान श्रीराम राजा बनते हैं ।
फिर भी प्रयास करने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि रामराज्य के लिए प्रयास करने से भी मंगल होगा । श्रीरामचरितमानस जी के अनुसरण से राम राज्य की ओर बढ़ा जा सकता है-
भारतीय संस्कृति को मानस से
जीवटता मिल जाती है ।
राम-राज्य की शुभ गाथा को
मुक्त कंठ से गाती है ।।
न्याय शांति सुख समता वैभव
राम राज्य की थाती है ।
राजधर्म है प्रजा रंजन सार यही बतलाती है ।।
श्रीरामचरितमानस जी में वर्णित राज धर्म, मानव धर्म आदि के पालन से ही राम
राज्य आयेगा । और इसके लिए अन्य उपाय नहीं है ।
जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी । सो नृप अवसि नरक अधिकारी ।।
।। जय श्रीराम ।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें